मन की बात

Sunday, March 7, 2010

सचिन की तुलना छत्रपति शिवाजी से

शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने अचानक यू टर्न लेते हुए क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से की हैयाद रहे की कुछ दिन पहले ' मुंबई सबकी ' कहने पर ठाकरे ने सचिन की आलोचना की थीसचिन के समर्थन में देश भर के लोग खड़े हो गए थे , बहुत सारे लोगों ने सचिन का पक्ष लेते हुए ठाकरे की निंदा की थीदेश में अपने आपको अकेला पाकर शिवसेना ने सचिन के विरोध का मुद्दा ठन्डे बस्ते में डाल दिया थाजो शिवसेना सचिन के मुंबई सबकी कहने पर विरोध में उतरी वही आज उसके समर्थन में कैसे गई ? आखिर इस देश की जनता जानना चाहती है की क्या इस देश में राष्ट्रीय हित में बोलना गुनाह है की और कुछजो भी हो बात स्पष्ट होनी अब जरुरी ही नही वरण महत्वपूर्ण हो चुकी है। सचिन एक महान खिलाड़ी हैउन्हें भी पता है की क्या बोला चहिये क्या नही बोलना चाहिएउन्होंने वही बोला जो एक देश हित के लिए बहुत जरुरी समझाआज वही शिवसेना सचिन की तुलना शिवाजी महाराज से की है ।



आप सभी जानते है की हाल फ़िलहाल में शिवसेना ने शाहरुख़ खान और राहुल गांघी के खिलाफ की नीति पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई थीइसके पीछे उसकी जनता के बीच दिनोंदिन गिरती साख और कमजोर लचर हो चूका संगठन को माना जा रहा हैकुल मिलकर कह सकते है की शिवसेना को अपनी घटती ताकत का अहसास हो चूका है . इसलिए शिवसेना को हर मुद्दे पर यु टर्न लेना पड़ रहा हैसचिन तेंदुलकर के बारे में विचार बदलकर शिवसेना ने अब यह स्पस्ट संकेत दे दिया है की वह वास्तव में दिनोदिन कमजोर होती जा रही हैसाथ ही महाराष्ट्र की जनता पर उसका पहले जैसा प्रभाव रहा और पार्टी किसी से मुकाबला करने लायक बची हैयदि पार्टी का प्रभाव होता तो शायद सचिन के विरोथ के बाद यु टार्न नही लेना पड़ता